वैज्ञानिक विश्लेषण: सवालों का पूछा जाना क्यों जरूरी है?
सारांश यह है कि हम जो हैं, जहां रहते हैं, जिनके बीच जीवन बीतता है, जिस प्रोफेशन में हैं, जो अनचेतन मन में समाहित है, वैसा ही व्यवहार बाहर परिलक्षित होता है. वैसे ही हम खुश या दुखी होते हैं. वैसे ही प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं. वैसे ही दूसरे के विचारों को देखते हैं. वैसे ही किसी बात, घटना, परिस्थिति या सिस्टम पर सवाल करते हैं या नहीं करते बल्कि पूर्णत: विश्वास जताते हैं.